"जिन्दगी प्रोजेक्ट है और रिश्ते टारगेट,
वाईफ डेली रिपोर्टिंग है और औलाद इन्सेन्टिव,
जवानी कमिटमेंट और बुढ़ापा एचीवमेंट,
लेकिन... दोस्ती सेलरी है और सेलरी को कोई कभी नहीं भूलता,
जो वक्त के साथ साथ बढ़ती जाती है, और पुरानी दोस्ती पेंशन की तरह है जो मरने के बाद भी चलती रह़ती है ।
सभी दोस्तो को समर्पित !
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